भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-क्रान्तिकारी आंदोलन (The Revolutionary Movement) भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-क्रान्तिकारी आंदोलन (The Revolutionary Movement)–क्रान्तिकारी आतंकवादी आंदोलन उन्नीसवीं सदी के अन्त में और बीसवीं सदी के आरम्भ में चला था. यह उग्रराष्ट्रवाद की ही एक अवस्था थी. परन्तु ये लोग तिलक-पक्षीय राजनीतिक उग्रवाद से बिल्कुल भिन्न साधनों का प्रयोग …
Read More »प्रथम विश्व युद्ध और भारतीय राष्ट्रवाद (First world war in Hindi & Nationalism)
प्रथम विश्व युद्ध और भारतीय राष्ट्रवाद (First world war in Hindi and Indian Nationalism) प्रथम विश्व युद्ध और भारतीय राष्ट्रवाद (first world war in Hindi and Indian Nationalism)-प्रथम विश्व युद्ध जुलाई, 1914 में शुरू हुआ था. इसमें एक तरफ ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और जापान तथा दूसरी तरफ इटली, जर्मनी, आस्ट्रिया, …
Read More »उदारवादियों और उग्रवादियों के बीच सूरत की फूट
उदारवादियों और उग्रवादियों के बीच सूरत की फूट (Split between the Moderates and Extremists) सूरत की फूट, 1907 (Surat Split, 1907) 1906 ई. तक कांग्रेस के दो पक्ष उदारवादी और उग्रवादी काफी मतभेदों के बावजूद जिसमें से एक अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी था, किसी तरह साथ-साथ …
Read More »राष्ट्रीय आंदोलन-उग्रवादियों का उदय(1906-1919)Rise of Extremist
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-उग्रवादियों का उदय(1906-1919)Rise of Extremist– उग्रवादियों का उदय उन्नीसवीं शताब्दी के अन्तिम तथा बीसवीं शताब्दी के प्रारम्भिक वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक नए दल का उदय हुआ, जो पुराने नेताओं के आदर्श तथा ढंगों का कड़ा आलोचक था. ये क्रुद्ध तरुण लोग (Angry youngmen) चाहते थे …
Read More »उदारवादी युग (चरण) 1885-1905 (Moderate Period)भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
उदारवादी युग (उदारवादी चरण) 1885-1905 (Moderate Period)– उदारवादी युग 1885-1905 तक भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में अर्थात् कांग्रेस पर पूरी तरह से उदारवादियों का प्रभाव रहा. इस काल में कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले नेता ब्रिटिश उदारवाद से प्रभावित थे. जिन्होंने 20 साल तक कांग्रेस की बागडोर संभाली. इनमें प्रमुख थे- …
Read More »भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना(Foundation of the Indian National Congress)
कांग्रेस की स्थापना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना(Foundation of the Indian National Congress)– सन् 1885 का वर्ष भारत के इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस वर्ष से भारत में एक नए युग का सूत्रपात हुआ. 28 दिसम्बर, 1885 को अखिल भारतीय स्तर के राजनीतिक संगठन ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की …
Read More »आधुनिक राजनीतिक विचारों तथा राजनीतिक संघो का विकास (Growth of Modern Political Ideas and Political Association)
आधुनिक राजनीतिक विचारों तथा राजनीतिक संघों का विकास (Growth of Modern Political Ideas and Political Association)-भारत में पाश्चात्य संस्कृति व विचारों की उपस्थिति ने अनेक ऐसी शक्तियों के जन्म में सहायता प्रदान की जो बाद में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के लिए गंभीर चुनौतियों का कारण बन गई थी. पाश्चात्य संस्कृति की …
Read More »भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-राष्ट्रवाद का उदय (Rise of Nationalism)
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-राष्ट्रवाद का उदय (Rise of Nationalism)-भारत में संगठित राष्ट्रीय आंदोलन उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में प्रारम्भ हुआ था. मुख्य रूप से ब्रिटिश साम्राज्यवाद (British Imperialism) की नीतियों की चुनौतियों के प्रत्युत्तर में भारतीयों ने एक राष्ट्र के रूप में सोचना प्रारम्भ किया था. भारतीयों में राष्ट्रीय भावना के …
Read More »1857 के विद्रोह का स्वरूप Nature of the revolt of 1857
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन–1857 के विद्रोह का स्वरूप (Nature of the revolt of 1857)– 1857 के विद्रोह का स्वरूप इतिहासकारों ने 1857 के विद्रोह क्रांति के स्वरूप को अलग-अलग दृष्टिकोणों से प्रस्तुत किया है. कुछ इतिहासकारों ने इसे एक केवल सैनिक विद्रोह बतलाया है. जिसे जनसाधारण का समर्थन प्राप्त नहीं …
Read More »भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-शुरुआती विद्रोह(The early Uprisings)
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-शुरुआती विद्रोह(The early Uprisings)-सही मायने में देश के अंदर राष्ट्रीय आंदोलन की शुरुआत 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में हुई थी. परंतु इसके पूर्व भी अर्थात 1757 से 1856 के बीच संपूर्ण देश में अलग अलग समयों में अलग-अलग स्थान पर विद्रोह हुए. जिसमें विदेशी राज्य तथा उनकी नीतियों …
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