लॉर्ड एलगिन द्वितीय, 1894-99 (Lord Elgin-II, 1894-99) आधुनिक भारत (MODERN INDIA)
लॉर्ड एलगिन द्वितीय, 1894-99 (Lord Elgin-II)
- लॉर्ड एलगिन के समय में देश को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
- जिनमें अकाल, प्लेग तथा सीमान्त युद्ध प्रमुख थे.
- 1897 में अंग्रेजों की गतिविधियों से सन्देह उत्पन्न होने के कारण अफ़रीदियों ने दर्रा लैबर बन्द कर दिया तथा आंदोलन शुरू कर दिया.
- दो बार सेना भेजने के बाद विद्रोहियों को शान्त किया जा सका.
- 1896 में पूना तथा बंबई के आस-पास जरदस्त प्लेग फैला, जिससे अत्यधिक जन-हानि हुई.
- सरकार ने उसे नियंत्रित करने के लिए जो कार्यवाहिया की उनसे जनता में अनेक गलतफहमियां तथा कटुता फैली.
- फलस्वरूप पूना के प्लेग कमिश्नर रैंड सहित दो अधिकारियों की हत्या कर दी गई.
- इसी समय 1896 तथा 1898 के वर्षों में पंजाब, उत्तर-प्रदेश, मध्य-प्रदेश तथा बिहार के कुछ भागों में भयंकर अकाल पड़े.
- 1898 में इस संबन्ध में जांच हेतु एक आयोग नियुक्त किया गया.
- 1893 में एक अफीम आयोग नियुक्त किया गया जिसका काम अफीम के प्रयोग का जनता के स्वास्थ्य पर प्रभाव के सम्बन्ध में जांच करना तथा सरकार को रिपोर्ट करना था.
- अफीम पर सरकारी नियंत्रण था तथा सरकार इसका चीन को निर्यात करके अत्यधिक लाभ अर्जित कर रही थी.
- इस प्रथा का विरोध कर आयोग ने अपनी रिपोर्ट में अफीम के बुरे प्रभावों का विस्तृत वर्णन किया था.
- परिणामस्वरूप चीन को भेजी जाने वाली अफीम को कम किया गया.
- सेना में सुधार किया गया.
- पूर्व में तीन प्रैजिडेन्सियों के पृथक मुख्य सेनापति होते थे.
- नये प्रबन्धानुसार एक मुख्य सेनापति रखने व उसके अधीन विभिन्न प्रान्तों में सहायक जनरल रखने का प्रावधान किया गया.