अलाउद्दीन खिलजी

सल्तनत काल सामाजिक तथा धार्मिक अवस्था (Sultanate Period Social and Religious status)

सल्तनत काल सामाजिक तथा धार्मिक अवस्था (Sultanate Period Social & Religious status)

सल्तनत काल सामाजिक तथा धार्मिक अवस्था (Sultanate Period  Social and Religious status)- सल्तनत कालीन सामाजिक अवस्था इस काल में समाज में मुख्यतः दो वर्ग थे-मुसलमान और हिन्दू  मुसलमान आगे दो मुख्य वर्गों में विभाजित थे तुर्क-अफगान, अरबी और ईरानी जाति के और भारतीय मुसलमान जो पहले हिन्दू थे. भारतीय मुसलमानों से सौतेला व्यवहार किया जाता था. […]

सल्तनत काल सामाजिक तथा धार्मिक अवस्था (Sultanate Period Social & Religious status) Read More »

सल्तनत कालीन साहित्य (Sultanate period literature in Hindi)

सल्तनत कालीन साहित्य (Sultanate period literature in Hindi)

सल्तनत कालीन साहित्य (Sultanate period  literature in Hindi)– सल्तनत कालीन साहित्य चचनाना इस ग्रंथ में अरबों द्वारा सिंध विजय का वर्णन है. इसके लेखक अली अहमद थे, जिन्होंने अरबी में लिखा था. नासिरुद्दीन कुबाचा के समय इसका फारसी अनुवाद अली बिन बफ कूफी ने किया था. किताब-उल-यामिनी अबू नस्र बिन मुहम्मद अल जबरूल उतवी ने

सल्तनत कालीन साहित्य (Sultanate period literature in Hindi) Read More »

सल्तनत काल- सैनिक प्रशासन (Sultanate Era - Military Administration)

सल्तनत काल सैनिक प्रशासन (Sultanate Era Military Administration)

सल्तनत काल सैनिक प्रशासन (Sultanate Era Military Administration)-दिल्ली सल्तनत की शासन व्यवस्था मुख्यतः सैनिक शक्ति पर आधारित थी.  सुल्तान की सेना में मुख्यतः चार प्रकार के सैनिक थे- सुल्तान द्वारा रखे गए स्थायी सैनिक. सरदारों तथा प्रान्ताध्यक्षों द्वारा रखे गए स्थायी सैनिक. युद्ध के समय भर्ती किए गए (अस्थायी) सैनिक. जिहाद (धर्म युद्ध) लड़ने वाले

सल्तनत काल सैनिक प्रशासन (Sultanate Era Military Administration) Read More »

सल्तनत काल- केन्द्रीय प्रशासन (Sultanate - Central Administration)

सल्तनत काल केन्द्रीय प्रशासन (Sultanate – Central Administration)

सल्तनत काल केन्द्रीय प्रशासन (Sultanate-Central Administration)-प्रशासन के सुचारु संचालन हेतु सुल्तान मन्त्रियों की नियुक्ति करके उन्हें विभिन्न विभाग सौंपता था. इस काल में मन्त्रिपरिषद् को ‘मजलिस-ए-खलवत कहा जाता था. दास वंश के काल में मन्त्रियों की संख्या चार थी, किन्तु कालान्तर में यह संख्या बढ़ कर 6 हो गई थी. वजीर आरिज-ए-मुमालिक दीवान-ए-रसालत दीवान-ए-इंशा सद्ग-उस-सुदूर.

सल्तनत काल केन्द्रीय प्रशासन (Sultanate – Central Administration) Read More »

दिल्ली-सल्तनत-पर-राज-करने-वाले-राजवंश-Dynasty-ruling-over-Delhi-Sultanate01

दिल्ली सल्तनत पर राज करने वाले राजवंश (Dynasty ruling over Delhi Sultanate)

गुलाम वंश | दास वंश | ममलुक वंश (1206-1290 ई.) Mamluk Dynasty (दिल्ली सल्तनत )   वंश   शासक शासन काल 1 कुतबी राजवंश  कुतुबुद्दीन ऐबक 1206-10 ई.     आराम शाह 1210-11 ई. 2 शम्शी राजवंश इल्तुतमिश 1211-36 ई.     रुक्नुद्दीन फिरोज 1236 ई.     रजिया सुल्तान 1236-40 ई.     मुइजुद्दीन बहराम

दिल्ली सल्तनत पर राज करने वाले राजवंश (Dynasty ruling over Delhi Sultanate) Read More »

भारत पर मंगोल आक्रमण सल्तनत काल Mongol invasion of India on Sultanate era

भारत पर मंगोल आक्रमण | सल्तनत काल | Mongol Invasion of India on Sultanate Era

भारत पर मंगोल आक्रमण सल्तनत काल Mongol invasion of India on Sultanate era– भारत पर मंगोल आक्रमण मंगोलों ने लगभग एक शताब्दी तक भारत में मुस्लिम साम्राज्य के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया था. उनका उद्देश्य इस देश में बादशाहत कायम करने की अपेक्षा लूटमार करना अधिक था. मंगोल निर्दयी थे और उन्होंने लोगों

भारत पर मंगोल आक्रमण | सल्तनत काल | Mongol Invasion of India on Sultanate Era Read More »

नासिरुद्दीन खुसरो शाह खिलजी वंश का पतन Nasiruddin Khusro Shah

नासिरुद्दीन खुसरो शाह | खिलजी वंश का पतन Nasiruddin Khusro Shah

नासिरुद्दीन खुसरो शाह  खिलजी वंश का पतन Nasiruddin Khusro Shah -यह हिन्दू धर्म से परिवर्तित मुसलमान था तथा उसने हिन्दू प्रभुत्व की स्थापना करनी चाही. उसने ‘पैगम्बर से सेनापति’ की उपाधि धारण की. हिन्दू धर्म को महत्व देने के कारण यह मुसलमानों में अप्रिय हो गया तथा उसके विरोधियों की संख्या बढ़ने लगी. गाजी मलिक

नासिरुद्दीन खुसरो शाह | खिलजी वंश का पतन Nasiruddin Khusro Shah Read More »

कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी (1316-20 ई.) Qutb Ud Din Mubarak Shah Khilji

कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी (1316-20 ई.) Qutb Ud Din Mubarak Shah Khilji

कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी (1316-20 ई.) Qutb Ud Din Mubarak Shah Khilji -मुबारक खाँ सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी का पुत्र था. काफूर ने नौकरों को बन्दीगृह में उसकी आँखे निकालने हेतु भेजा था. मगर वह चालाकी से बच गया तथा उसी ने काफूर की हत्या करवा दी. 14 अप्रैल, 1316 ई. (20 मुहर्रम 716 हिजरी) को

कुतुबुद्दीन मुबारक शाह खिलजी (1316-20 ई.) Qutb Ud Din Mubarak Shah Khilji Read More »

शहाबुद्दीन उमर खिलजी तथा मलिक काफूर Shahabuddin Umar Khilji and malik kafur

शहाबुद्दीन उमर खिलजी तथा मलिक काफूर | Shahabuddin Umar Khilji and malik kafur

शहाबुद्दीन उमर खिलजी तथा मलिक काफूर Shahabuddin Umar and malik kafur-सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी (Alauddin Khilji) की मृत्यु के पश्चात् मलिक काफूर (Malik kafur)ने राज्य के अमीरों और अधिकारियों को ‘एक जाली उत्तराधिकार पत्र’ दिखा कर पाँच या छहः वर्ष के नाबालिग उमर खाँ को शहाबुद्दीन उमर खिलजी के नाम से सुल्तान बनवा कर स्वयं उसका

शहाबुद्दीन उमर खिलजी तथा मलिक काफूर | Shahabuddin Umar Khilji and malik kafur Read More »

अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु Alauddin Khilji death

अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु(6 जनवरी, 1316 ई.) Alauddin Khilji’s Death

अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु  Alauddin Khilji’s death-निरंकुश शक्तिशाली सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी (Alauddin Khilji) के अन्तिम दिन भयावह दुःख, क्लेश और बेबसी में बीते. यौवन काल और प्रौढ़ावस्था में इन्द्रिय सुखों के अपरिमित आनन्द, निरन्तर कठोर परिश्रम और मानसिक तनावों ने उसे समय से पूर्व ही वृद्धावस्था की ओर धकेल दिया और वह अधिकाधिक चिड़चिड़ा, झक्की

अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु(6 जनवरी, 1316 ई.) Alauddin Khilji’s Death Read More »

Scroll to Top