सल्तनत कालीन चित्रकला और संगीत कला (Sultanate period Art Painting and Music)-रूसी विद्वान एफ. रोसेनबर्ग के अनुसार,
“7वीं से 16वीं शताब्दी तक भारतीय चित्रकला का विकास अवरुद्ध था.”
पर्सी ब्राउन का मत है कि,
“650 ई. के पश्चात् अकबर के शासनकाल तक भारत में चित्रकला का विकास न हो सका.”
सल्तनत काल में चित्रकला के पतन का प्रमुख कारण यह माना जाता है कि कुरान के नियमों के अनुसार किसी मनुष्य, पशु-पक्षी या अन्य जीव का चित्र बनाना पूर्णरूप से प्रतिबन्धित था.
- फिर भी इस काल में चित्रकला के कुछ प्रमाण मिलते हैं.
- सल्तनत काल में कुर्सी, मेज, अस्त्र-शस्त्र, वर्तन आदि के चित्रों से स्पष्ट होता है कि सुल्तानों को चित्रकला में अवश्य ही रुचि थी, किन्तु वे इसे अपना संरक्षण नहीं दे सके.
- 1353 ई. का (सम्भवतः ईरानी चित्रकार शाहपुर द्वारा बनाया) एक चित्र प्राप्त हुआ है, जिसमें संगीत गोष्ठी का चित्रण है तथा स्त्रियाँ सुलतान के आगे वीणा तथा सितार वजा रही हैं तथा एक स्त्री शराब का प्याला सुल्तान को पकड़ा रही है.
सल्तनत कालीन संगीत कला
- ख्याल गायकी का आविष्कार जौनपुर के सुल्तान हुसैन शाह शर्की ने किया था.
- गाजल गायन का आविष्कार ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती ने किया था.
- कव्वाली गायन का आरंभ आमीर खुसरो ने किया था.
सल्तनत कालीन चित्रकला और संगीत कला (Sultanate period Art Painting and Music)