अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु Alauddin Khilji’s death-निरंकुश शक्तिशाली सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी (Alauddin Khilji) के अन्तिम दिन भयावह दुःख, क्लेश और बेबसी में बीते.
यौवन काल और प्रौढ़ावस्था में इन्द्रिय सुखों के अपरिमित आनन्द, निरन्तर कठोर परिश्रम और मानसिक तनावों ने उसे समय से पूर्व ही वृद्धावस्था की ओर धकेल दिया और वह अधिकाधिक चिड़चिड़ा, झक्की और शक्की बनता गया.
सुल्तान की शक्तिहीनता का लाभ उठा कर मलिक काफूर ने सत्ता को हथियाने के लिए सुल्तान को विश्वास में लेकर खिज्र खाँ (सुल्तान का बेटा), मलिका-ए-हजान (सुल्तान की पत्नी) व उसके भाई अल्प खाँ को अपने रास्ते से हटा दिया.
6 जनवरी, 1316 ई. ( शव्वल 715 हिजरी) को सुल्तान की मृत्यु हुई. ज़ियाउद्दीन बरनी के अनुसार सुल्तान की मृत्यु का तत्कालीन कारण सम्भवतः मलिक काफूर द्वारा दिए गए विष का घातक प्रभाव था.