तैमूर का भारत पर आक्रमण Timur invaded India– तैमूर मंगोल नेता चंगेज खाँ का वंशज था. वह अत्यधिक महत्वाकांक्षी था तथा शीघ्र ही उसने सीरिया से ट्रांस-ऑक्सियाना तथा दक्षिणी रूस से सिन्ध तक के सारे क्षेत्र पर अधिकार कर लिया.
1397 ई. में उसने अपने पौत्र पीर मुहम्मद को भारत पर आक्रमण हेतु भेजा. पीर मुहम्मद ने मुल्तान के सारंग खाँ को पराजित करके दीपालपुर और पाकपटन के प्रदेशों पर अधिकार कर लिया.
फिर वह सतलुज के तट पर डेरा डाल कर तैमूर के आगमन की प्रतीक्षा करने लगा.
अप्रैल, 1398 ई. में तैमूर समरकन्द से रवाना हुआ और अक्टूबर, 1398 ई. को उसने मुल्तान से 75 मील दूर उत्तर-पूर्व में ‘तालम्बा’ में लूटमार की.
तदुपरान्त वह पाकपटन, दीपालपुर, भटनेर, सिरसा और कैथल आदि में मार-काट व विनाश करता हुआ 7 दिसम्बर, 1398 ई. को दिल्ली से 6 मील की दूरी पर जहाननुमा नामक स्थान पर पहुंचा और उसने तदुपरान्त यहाँ कत्लेआम मचा दिया.
1399 ई. में वह भारत की अपार धन सम्पत्ति और अनेक कुशल कारीगर लेकर फिरोजाबाद, मेरठ, हरिद्वार, कांगड़ा और जम्मू को लूटता हुआ समरकन्द पहुंचा.
लौटते समय उसने खोखरों की शक्ति को भी नष्ट किया. उसने पंजाब के शासक खिज्र खाँ सैयद को मुल्तान, लाहौर और दीपालपुर के प्रदेशों में अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया.
इससे पूर्व किसी भी विजेता ने अपने एक आक्रमण में भारत-वर्ष को इतनी हानि नहीं पहुंचाई थी, जितनी कि तैमूर के आक्रमण से हुई.
तैमूर का भारत पर आक्रमण Timur invaded India In Hindi